चर्च क्या है?
वास्तविक चर्च का बाइबिल का नाम "द चर्च ऑफ़ गॉड" है। परमेश्वर चीज़ों का नाम वैसा ही रखता है जैसी वे होती हैं। न्यू टेस्टामेंट में बारह विभिन्न स्थानों पर एकवचन और बहुवचन दोनों रूपों में इस नाम का उल्लेख स्पष्ट रूप से किया गया है - इसमें एक्ट्स 20:28; कुरिन्थियोंस 1:2;10:32;11:16; 1 तिमुथि 3:15 भी शामिल हैं।
लिविंग चर्च ऑफ़ गॉड के सदस्य दुनियाभर के अनेक देशों में हैं जो जीसस क्राइस्ट द्वारा दिए गए इस ग्रेट कमीशन को कार्यान्वित करने का प्रयास करते हैं:
सभी देशों को गवाह के तौर पर परमेश्वर के साम्राज्य के सच्चे उपदेश (मार्क 1:14; मैथ्यू 24:14; इज़ीकीएल 3 और 33), और जीसस क्राइस्ट का नाम (एक्ट्स 8:12) सुनाना।
परमेश्वर जितना भी संभव बनाए, हमारे सदस्यों की आध्यात्मिक और सांसारिक आवश्यकताओं की पूर्ति करने के लिए सत्संग में प्रवचन देना और स्थानीय चर्च सभाएँ आयोजित करना (1 पीटर 5:1-4; जॉन 21:15-18)।
अंत-समय की भविष्यवाणी सुनाने और अंग्रेज़ी-भाषी देशों एवं पूरी दुनिया को आने वाले महा संकट की चेतावनी देना (मैथ्यू 24:21)।
लिविंग चर्च ऑफ़ गॉड, बुक ऑफ एक्ट्स (इफेसियन युग) में प्रथम शताब्दी के चर्च से लेकर वर्तमान समय तक के अपने इतिहास की खोजबीन करता है। भविष्यवाणी 2 और 3 में सात चर्चों को दिया गया संदेश उस समय से लेकर आज तक वास्तविक चर्च के इतिहास को क्रमश: दर्शाता है। ये सातों चर्च आगामी युगों, या सदियों तक परमेश्वर के चर्च का वर्णन करते हैं। हमारा विश्वास है कि फिलाडेल्फिया युग 1930 के दशक में प्रारंभ होता है, और हम उसी फिलाडेल्फिया युग में हैं।
क्या आप परमेश्वर के सच्चे चर्च की तलाश में हैं? अधिक जानने के लिए, हमारी पुस्तिका परमेश्वर का सच्चा चर्च आज कहाँ है? पढ़ें।