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परमेश्‍वर की 7,000 वर्षीय योजना

परमेश्‍वर ने पृथ्‍वी को कई अरबों वर्ष पहले बनाया, परंतु उसने मनुष्‍य - आदम और हव्‍वा - को लगभग 6000 वर्ष पहले बनाया। बाइबिल स्‍पष्ट रूप से हमारी उपस्थिति 6000 वर्ष अवधि बताती है, जिसके दौरान अधिकांश मनुष्य अपने रचयिता के अलावा स्‍वयं के विचारों का अनुकरण करता है । इस 6000-वर्ष अवधि के बाद पृथ्‍वी पर जीसस क्राइस्‍ट की हज़ार वर्षीय सत्‍ता आएगी, इस दौरान क्राइस्‍ट और उसके पुनर्जीवित संत समूची दुनिया को परमेश्‍वर का सच्‍चा मार्ग सिखाएंगे। सूचना: "वे लोग पुण्‍यात्‍मा और पवित्र हैं जिनका इस प्रथम पुनरुत्‍थान में स्‍थान है।  इसमें द्वितीय मृत्‍यु कारगर नहीं होगी, बल्कि वे परमेश्‍वर और क्राइस्‍ट के पुजारी होंगे और वे उसके साथ हज़ार वर्षों तक शासन करेंगे" (रिविलेशन 20:6)।

जीसस के यहूदियों के दिवस में परमेश्‍वर की योजना में हज़ार वर्षों का प्रतिनिधित्‍व करने वाले सप्ताह के प्रत्‍येक दिन की अवधारणा को भली भाँति समझा गया है। पीटर ने इस सिद्धांत को समझाया: "परंतु हे प्रिय, इस एक बात को न भूलना कि परमेश्‍वर के साथ एक दिन एक हज़ार वर्षों के रूप है, और एक हज़ार वर्ष एक दिन के रूप में हैं" (2 पीटर 3:8)। अत: सात दिनों का सप्ताह परमेश्‍वर के 7000-वर्ष की योजना का प्रतिनिधित्‍व करता है, जिनमें छह दिन हमारे वर्तमान मानव समाज के समय का प्रतिनिधित्‍व करता है, जिसके बाद राजाओं के राजा के रूप में क्राइस्‍ट की सत्ता के हज़ार वर्ष आएंगे (रिविलेशन 11:15)।

एडवर्ड गिब्‍सन ने अपने विश्‍वप्रसिद्ध इतिहास, रोमन साम्राज्‍य का पतन और समापन में लिखा है : "सहस्राब्‍दी का प्राचीन और लोकप्रिय सिद्धांत काफी हद तक क्राइस्‍ट के द्वितीय आगमन से जुड़ा था। जैसा कि सृजन के कार्य छह दिनों में समाप्त हो गए, भविष्‍यवक्ता एल्जिया द्वारा प्रतिपादित की गई एक परंपरा के मुताबिक वर्तमान स्थिति में इनकी अवधि छह हज़ार वर्षों की तय की गई थी।  इसी हिसाब से यह नतीजा निकाला गया कि परिश्रम और विवाद की यह लंबी अवधि, जो अब लगभग समाप्त हो चुकी है, के बाद हज़ार वर्षों का एक खुशनुमा सबाथ आएगा; और क्राइस्‍ट विजयोल्‍लास में मग्‍न संतों के वाद्य जुलूस, और मृत्‍यु को चकमा देकरया चमत्‍कारिक ढंग से पुनर्जीवित किए गए व्‍यक्तियों के साथ, पृथ्‍वी पर उस समय तक सत्ता संभालेंगे, जब तक कि अंतिम और सामान्‍य पुनरुत्‍थान का निर्धारित समय नहीं आता" (खंड 1, पृष्ठ 403)।

सहस्राब्‍दी के बाद, परमेश्‍वर विशाल श्‍वेत सिंहासनीय न्‍याय करेगा जैसा रिविलेशन 20 में बताया गया है। ऐसे सभी मनुष्यों, जो सच्‍चे उपदेश को सुने बिना जीये और मर गए, को जीसस क्राइस्‍ट के बलिदान को स्‍वीकार करने, पवित्र आत्‍मा को ग्रहण करने, और परमेश्‍वर की राह सीखने का मौक़ा दिया जाएगा। जिन्‍होंने क्राइस्‍ट को स्‍वीकार कर लिया, वे हमेशा के लिए परमेश्‍वर के परिवार के सदस्‍य बन जाएंगे, और उन्‍हें ठुकराने वाले लोग आग की झील में हमेशा के लिए मर जाएंगे (रिविलेशन 21:8)।

सहस्राब्‍दी और उसके आने वाले समय के बारे में जानने के लिए, कृपया हमारी पुस्तिका आगे की दुनिया: किस प्रकार की होगी? पढ़ें।


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